कोरबा (कटघोरा). कटघोरा थाना क्षेत्र में नकली पुलिस बनकर वाहनों से अवैध वसूली करने वाले 5 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इस घटना में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपियों में से चार SECL (साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड) के अधिकारी और कर्मचारी हैं। यह गिरफ्तारी 14 सितंबर की सुबह हुई जब एक ट्रक ड्राइवर ने इन आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
घटना की शुरुआत तब हुई जब कटघोरा पुलिस को शुक्रवार की सुबह लगभग 3:15 बजे सूचना मिली कि ढेलवाडीह बायपास मार्ग पर कुछ लोग अपने आप को थाना प्रभारी (टीआई) और पुलिसकर्मी बताकर वाहनों को रोक रहे हैं और उनसे अवैध रूप से वसूली कर रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नेहा वर्मा और एसडीओपी पंकज ठाकुर के मार्गदर्शन में कटघोरा थाना प्रभारी धर्मनारायण तिवारी ने टीम के साथ मौके पर त्वरित कार्रवाई की। पुलिस ने वहां पहुंचकर पांचों आरोपियों को धर दबोचा और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
प्रार्थी हार्दिक अंसारी, जो गढ़वा (झारखंड) के निवासी हैं और ट्रक क्रमांक CG12 BJ 6068 के ड्राइवर हैं, ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि वह रायपुर से चावल लोड करके बिहार के फरबेसगंज जा रहे थे। जब उनका ट्रक ढेलवाडीह बायपास के पास पहुंचा, तो अचानक एक बोलेरो वाहन (क्रमांक CG12 BG 9852) सायरन बजाते हुए उनकी गाड़ी के पास आई। बोलेरो से पांच लोग उतरे, जिन्होंने खुद को थाना प्रभारी (टीआई) और पुलिसकर्मी बताया। उन लोगों ने ट्रक के दस्तावेज और बिल्टी की मांग की। जब हार्दिक ने सभी दस्तावेज दिखा दिए, तो भी आरोपियों ने कागजात को गलत बताते हुए उसे ट्रक से बाहर खींच लिया और धमकाने लगे।
आरोपियों ने ड्राइवर से 2000 रुपये नकद और मोबाइल फोन भी छीन लिया। हार्दिक ने बताया कि वे लोग सिर्फ उनके ट्रक से ही नहीं बल्कि सड़क पर गुजरने वाले अन्य भारी वाहनों से भी अवैध रूप से वसूली कर रहे थे।
पुलिस की सख्त कार्रवाई
शिकायत के तुरंत बाद कटघोरा पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंची और पांचों आरोपियों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 126 (2), 119 (2), और 310 (2) के तहत मामला दर्ज किया गया और उन्हें माननीय न्यायालय में पेश कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।
आरोपियों के नाम और पहचान
गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपी अलग-अलग क्षेत्रों से हैं, लेकिन इनमें से चार SECL के अधिकारी और कर्मचारी हैं। आरोपियों के नाम निम्नलिखित हैं:
1. मुकेश केशरवानी (36), निवासी केरा रोड, थाना शिवरीनारायण, जिला जांजगीर-चांपा
2. अभिषेक मीणा (26), निवासी आदर्श नगर, सांगानेर, जिला जयपुर, राजस्थान
3. विकास मीणा (28), निवासी सनसिटी, सीकर, जयपुर, राजस्थान
4. दिलीप कुमार यादव (25), निवासी सिंघाली बस्ती, थाना बांकीमोंगरा, कोरबा
5. हरप्रसाद पटेल (27), निवासी बलगी, थाना बांकीमोंगरा, कोरबा
इस घटना ने कोरबा जिले में एक बड़ी चर्चा छेड़ दी है, खासकर तब जब इसमें SECL के अधिकारियों की संलिप्तता सामने आई है। पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए इस गिरोह को पकड़कर न केवल एक बड़ी घटना को अंजाम देने से रोका, बल्कि क्षेत्र में कानून व्यवस्था की स्थिति को मजबूत करने का संदेश भी दिया।
कटघोरा पुलिस ने इस पूरे घटनाक्रम में सजगता और कुशलता से कार्रवाई की, जो कानून व्यवस्था के प्रति उनकी जिम्मेदारी को दर्शाता है। फिलहाल मामले की और भी जांच की जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि इन आरोपियों ने पहले भी किसी अन्य घटना को अंजाम दिया है या नहीं।