कोरबा. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव कॉमरेड सीताराम येचुरी के निधन पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। सीपीआई ने उनके निधन को कम्युनिस्ट आंदोलन के लिए अपूरणीय क्षति करार दिया है।
सीपीआई के जिला सचिव कॉमरेड पवन कुमार वर्मा ने जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, “कॉमरेड सीताराम येचुरी का कम्युनिस्ट आंदोलन में योगदान अविस्मरणीय रहेगा। वे एक आदर्श और जुझारू नेता थे, जिन्होंने मार्क्सवादी चिंतन को नए आयाम दिए। छात्र जीवन से लेकर माकपा के महासचिव पद तक, उन्होंने अपने जीवन के हर क्षेत्र में जिम्मेदारी और निष्ठा के साथ काम किया। उनकी संघर्षशीलता और प्रतिबद्धता ने उन्हें एक प्रतिष्ठित नेता बनाया।”
कॉमरेड येचुरी ने न केवल भारत में कम्युनिस्ट विचारधारा को सशक्त किया बल्कि भारतीय राजनीति में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनके नेतृत्व में माकपा ने न केवल संगठनात्मक मजबूती हासिल की, बल्कि देशभर में विभिन्न आंदोलनों का नेतृत्व भी किया। उन्होंने भाजपा सरकार के खिलाफ विपक्षी दलों के संयुक्त आंदोलनों में भी अहम भूमिका निभाई। लोकसभा चुनावों में विपक्षी दलों के बीच गठबंधन बनाने में भी उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा।
कॉमरेड पवन कुमार वर्मा ने कहा, “सीताराम येचुरी का निधन न केवल कम्युनिस्ट आंदोलन बल्कि पूरे देश के राजनीतिक परिदृश्य के लिए एक बड़ी क्षति है। वे ऐसे नेता थे जिन्होंने हर चुनौती को अपने धैर्य और समझदारी से निपटाया। उनकी विचारशीलता और नेतृत्व क्षमता ने कई पीढ़ियों को प्रेरित किया।”
उनके निधन पर शोक जताते हुए सीपीआई ने उन्हें लाल सलाम अर्पित किया और कहा कि उनका संघर्ष और योगदान सदैव याद किया जाएगा। वर्मा ने कहा, “सीताराम येचुरी का व्यक्तित्व हमें यह सिखाता है कि एक सच्चे कम्युनिस्ट कैसे अपने विचारों और आदर्शों के प्रति निष्ठावान रह सकते हैं। उनके विचार और संघर्ष हमें हमेशा प्रेरित करते रहेंगे।”
इस दुखद अवसर पर सीपीआई ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे कॉमरेड येचुरी के आदर्शों पर चलते हुए उनके संघर्ष को आगे बढ़ाएं। उनके योगदान को स्मरण करते हुए कहा गया कि कॉमरेड सीताराम येचुरी का नाम हमेशा भारतीय कम्युनिस्ट आंदोलन के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा।