तिरुपति मंदिर के प्रसादम विवाद पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने अपने कड़े विचार व्यक्त किए हैं। उन्होंने कहा कि यह घटना जितनी निंदनीय है, उतनी ही चिंताजनक भी है। चिराग पासवान ने स्पष्ट किया कि करोड़ों लोगों की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जो भी इसके लिए जिम्मेदार होगा, उसे सख्त कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
इस विवाद की शुरुआत तब हुई जब तिरुपति मंदिर के प्रसिद्ध प्रसादम की गुणवत्ता पर सवाल उठाए गए और कुछ स्थानों पर प्रसादम में अशुद्धता पाई गई। इसे लेकर श्रद्धालुओं में भारी आक्रोश है और कई धार्मिक संगठनों ने इसके खिलाफ विरोध जताया है। इस घटना ने पूरे देश में धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है, खासकर तिरुपति बालाजी के भक्तों के बीच।
केंद्रीय मंत्री ने घटना की गंभीरता को समझते हुए आश्वासन दिया कि सरकार इस मामले की गहन जांच करवाएगी और दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थलों और उनसे जुड़ी परंपराओं का सम्मान और सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार की प्राथमिकता है। “इस प्रकार की घटनाएं समाज में असंतोष और विभाजन पैदा करती हैं, इसलिए हमें सख्त कार्रवाई करनी होगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो,” पासवान ने कहा।
विरोध कर रहे संगठनों ने भी सरकार से त्वरित कार्रवाई की मांग की है, ताकि भक्तों का विश्वास बहाल किया जा सके। वहीं, प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दोषियों की पहचान करने के लिए टीम गठित की जा रही है।