कोरबा जिले के देवगांव में दीपका पुलिस ने जेटवर्क कंपनी के बेचिंग प्लांट से 400 बोरी सीमेंट चोरी करने वाले संगठित गिरोह का पर्दाफाश कर क्षेत्र में हलचल मचा दी है। पुलिस ने त्वरित एक्शन लेते हुए दो ट्रैक्टरों और 50 हजार रुपये नकद सहित चोरी की गई 400 बोरी सीमेंट जब्त की है। गिरोह के 9 सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्यवाही की जा रही है।
चोरी का मास्टरप्लान और पुलिस की पड़ताल
यह घटना 31 अक्टूबर 2024 की है, जब जेटवर्क कंपनी के प्लांट से 400 बोरी सीमेंट की चोरी की सूचना दीपका थाने में दर्ज कराई गई। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी (भापुसे) ने इसे गंभीरता से लिया और थाना प्रभारी प्रेमचंद साहू के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया। टीम ने मुखबिरों से मिली सूचना के आधार पर गिरोह की गतिविधियों पर नजर रखी और चोरी के पूरे नेटवर्क का पता लगाने के लिए कई दिनों तक कार्रवाई की योजना बनाई।
मुख्य साजिशकर्ता कंपनी के तीन कर्मचारी थे, जिनमें से भूपेंद्र कुमार सूर्यवंशी (बिलासपुर), बालेंदर कनार सिंह (मुजफ्फरपुर, बिहार) और शनि कुमार (रोहतास, बिहार) शामिल थे। इन्होंने बड़े ही संगठित तरीके से सीमेंट चोरी कर उसे विभिन्न ठिकानों पर सप्लाई करने का तंत्र स्थापित कर लिया था। इस योजना में स्थानीय निवासी भी जुड़े हुए थे, जिनका पूरा सहयोग इन चोरों को मिल रहा था।
मुखबिर से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस टीम ने कई जगहों पर छापेमारी कर दी, जिसके चलते गिरोह के सदस्य गिरफ्त में आए। इस ऑपरेशन में दीपका पुलिस ने दो ट्रैक्टर, 50 हजार रुपये नकद और चोरी की 400 बोरी सीमेंट जब्त की। गिरफ्तार आरोपियों में शरण सिंह मरावी, कलेश्वर ओरकेरा, लक्षण सिंह, रामेश्वर यादव, रंजू पुलस्त, और लाल मन सिंह के नाम प्रमुख रूप से शामिल हैं।
पुलिस का नेतृत्व और जनता की सराहना
इस सफल अभियान का श्रेय कोरबा के पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी (भापुसे), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यूबी एस चौहान, और नगर पुलिस अधीक्षक विमल कुमार पाठक को जाता है, जिनके मार्गदर्शन में दीपका पुलिस ने इतनी बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। क्षेत्र में इस कार्रवाई को लेकर चर्चा का माहौल है, और स्थानीय लोग पुलिस की तत्परता और सख्ती की सराहना कर रहे हैं।
दीपका पुलिस की यह कार्रवाई न केवल एक बड़ी चोरी को रोकने में सफल रही, बल्कि अपराधियों को पकड़ कर कोरबा जिले में अपराध नियंत्रण की दिशा में एक बड़ी कारवाही के रूप में देखी जा रही है।