कोरबा के टीपी नगर स्थित लांबा इंटरप्राइजेस में हुई चोरी का मामला सामने आया है, जिसमें काम करने वाला ड्राइवर ही मास्टरमाइंड निकला। यह घटना 16/17 अगस्त की रात की है, जब दुकान के छत से अंदर घुसकर 14,000 रुपये की चोरी की गई। इस मामले में 31 अगस्त 2024 को पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
इस मामले की शिकायत आकाश लांबा ने 17 अगस्त को दर्ज कराई थी, जिसमें उन्होंने बताया कि वह टीपी नगर में लांबा इंटरप्राइजेस टायर दुकान का संचालन करते हैं। शिकायत के आधार पर पुलिस ने अपराध क्रमांक 492/2024 धारा 331(4), 305A BNS के तहत मामला दर्ज किया और विवेचना शुरू की। मामले की गंभीरता को देखते हुए कोरबा के पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी के निर्देशन में जांच की गई।
पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यूबीएस चौहान और नगर पुलिस अधीक्षक भूषण एक्का के मार्गदर्शन में चौकी प्रभारी सीएसईबी और साइबर सेल प्रभारी को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच करते हुए पुलिस ने संतोष कुमार सहिस (28), विशाल कुमार सागर उर्फ राजा (23), दीपक जांगड़े (21) और अमित बंजारे (20) को गिरफ्तार किया।
मुख्य आरोपी संतोष कुमार सहिस, जो पिछले चार साल से लांबा इंटरप्राइजेस में ड्राइवर के रूप में काम कर रहा था, ने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर चोरी की योजना बनाई। उसने दुकान में रखी अधिक रकम देखकर जल्द अमीर बनने की लालच में चोरी की। सभी आरोपियों ने चोरी के बाद 16,000 रुपये आपस में बांट लिए और उन्हें खर्च कर दिया।
पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर उन्हें न्यायिक रिमांड पर कोर्ट में पेश किया। आरोपियों का जेल वारंट जारी होने के बाद उन्हें जिला जेल कोरबा में भेज दिया गया है। पुलिस की इस कार्यवाही में सीएसईबी चौकी प्रभारी उप निरीक्षक लक्ष्मण प्रसाद खूंटे और साइबर सेल प्रभारी सहायक उप निरीक्षक अजय सोनवानी का महत्वपूर्ण योगदान रहा।