कोरबा जिले में बीजाखर्रा नाला पर बना पुल अब हादसों का अड्डा बन चुका है। कोलगा और कोदवारी ग्राम पंचायतों को जोड़ने वाला यह पुल वर्षों से खतरनाक स्थिति में है और किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है। इस पुल से जब भी कोई वाहन गुजरता है, तो उसके गिरने का खतरा बना रहता है। अब तक इस पुल से दो से तीन वाहन नाले में गिर चुके हैं, लेकिन प्रशासन ने इसे लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।
टूटी साइड रेलिंग और जर्जर स्थिति
इस पुल की साइड रेलिंग पूरी तरह टूट चुकी है, जिससे पुल से गुजरने वाले वाहन चालकों को हर समय हादसे का डर सताता है। पुल की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि भारी वाहन गुजरने पर इसका संतुलन बिगड़ने का खतरा होता है। रोजाना इस मार्ग से दर्जनों वाहन गुजरते हैं, और हर बार पुल से गुजरते समय वाहन चालकों को दुर्घटना का डर सताता है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने कई बार प्रशासन से पुल की मरम्मत और साइड रेलिंग लगाने की मांग की है, लेकिन उनकी मांगों को नजरअंदाज कर दिया गया है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन जल्द ही इस पुल की मरम्मत नहीं करता, तो किसी दिन बड़ा हादसा हो सकता है।
ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रहा है। पुल की स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है, लेकिन मरम्मत के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। कोरबा जनपद सदस्य सोलवा की सावित्री बाई राठिया ने इस समस्या को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि प्रशासन को जल्द से जल्द इस पुल की साइड रेलिंग लगानी चाहिए और मरम्मत करनी चाहिए। पुल के दोनों ओर मोड़ होने के कारण दुर्घटना की संभावना हमेशा बनी रहती है। कई वाहन पहले ही इस स्थान पर हादसे का शिकार हो चुके हैं, जिससे जान-माल का खतरा बढ़ गया है।
बीजाखर्रा नाला पर बना यह पुल आज एक बड़ी दुर्घटना को दावत दे रहा है। प्रशासन की लापरवाही और उदासीनता के कारण ग्रामीणों की जान खतरे में है। पुल की मरम्मत और साइड रेलिंग की तत्काल आवश्यकता है ताकि भविष्य में कोई बड़ा हादसा न हो।