छत्तीसगढ़/कोरबा. सर्वोच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति सूर्यकांत और पामिदीघनतम श्रीनरसिम्हा ने छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल बुका का दौरा किया। इस यात्रा में छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा भी शामिल हुए। सभी ने बुका के प्राकृतिक सौंदर्य का गहन अनुभव किया और इसकी अद्भुत दृश्यावली की सराहना की।
न्यायाधीशों का स्वागत छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल बी. वर्मा, जिला सत्र न्यायाधीश सत्येंद्र कुमार साहू, कलेक्टर अजीत वसंत, और पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी द्वारा किया गया। वनमंडलाधिकारी कटघोरा कुमार निशांत ने उन्हें बुका के ऐतिहासिक महत्व और जलाशय के बारे में जानकारी दी। पुलिस विभाग ने सम्मान स्वरूप उन्हें सलामी भी दी।
पर्यावरण संरक्षण का संदेश
इस महत्वपूर्ण अवसर पर न्यायमूर्तियों ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कदम उठाते हुए पौधारोपण किया। न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने जामुन का पौधा रोपित किया, न्यायमूर्ति पामिदीघनतम श्रीनरसिम्हा ने आंवला और मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा ने कदम का पौधा लगाया। उन्होंने सभी को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक रहने का संदेश दिया और पौधों की उचित देखभाल का संकल्प लिया।
प्राकृतिक सौंदर्य और जल विहार का आनंद
न्यायाधीशों ने बुका की नैसर्गिक सुंदरता का आनंद लेते हुए जलाशय में नौकायन किया। उन्होंने बुका की प्राकृतिक छटा और इसके अद्वितीय सौंदर्य की भूरी-भूरी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि बुका का शांत और हरा-भरा वातावरण पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए आदर्श स्थल है।
इस मौके पर कुटुम्ब न्यायालय के न्यायाधीश ओंकार प्रसाद गुप्ता, विशेष न्यायाधीश जयदीप गर्ग, जिला एवं सत्र न्यायाधीश गरिमा शर्मा, और पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी समेत कई अन्य गणमान्य अधिकारी उपस्थित थे।
इस यात्रा के माध्यम से न्यायमूर्तियों ने कोरबा की प्राकृतिक धरोहरों से जुड़ने का अवसर प्राप्त किया और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने का संदेश दिया।