छत्तीसगढ़/कोरबा. केरल से कोरबा आकर यहां शिक्षा प्राप्त कर रही शिमी विनीश ने एक बार फिर साबित कर दिया कि कड़ी मेहनत और अनुशासन से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। शिमी ने अपनी मेधा और मेहनत से अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, बिलासपुर में एम.ए. (साइकोलॉजी) में प्रथम स्थान प्राप्त कर स्वर्ण पदक जीता है।
शिमी विनीश वर्तमान में शासकीय पी.जी. कॉलेज, कोरबा में एम.ए. (साइकोलॉजी) की छात्रा हैं। उन्होंने अपनी पढ़ाई के दौरान अनुशासन और समर्पण के साथ अध्ययन किया और विश्वविद्यालय स्तर पर टॉप कर कॉलेज और अपने परिवार का नाम रोशन किया। उनके इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए उन्हें 31 अगस्त 2024 को अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के 5वें दीक्षांत समारोह में माननीय उप मुख्यमंत्री अरुण साव के हाथों गोल्ड मेडल एवं प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया।
इस गौरवपूर्ण अवसर पर छत्तीसगढ़ प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, राज्यपाल रमन डेका और सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति प्रशांत मिश्रा भी उपस्थित थे। समारोह में शिमी की इस उपलब्धि की सभी ने सराहना की और उसे एक प्रेरणास्पद उदाहरण के रूप में देखा गया।
शिमी की इस सफलता पर उनके परिवार, मलयाली समाज, सहपाठियों और दोस्तों के बीच खुशी की लहर दौड़ गई है। उन्हें बधाई देने वालों का तांता लग गया है। शिमी के पिता ने अपनी बेटी की इस सफलता को अपने जीवन की सबसे बड़ी खुशी बताया। उन्होंने कहा, “शिमी की यह सफलता न सिर्फ हमारे परिवार के लिए बल्कि पूरे मलयाली समाज के लिए गर्व की बात है।”
शिमी ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, शिक्षकों और दोस्तों को दिया है। उन्होंने कहा, “मेरे माता-पिता ने हमेशा मुझे प्रोत्साहित किया और मेरे शिक्षकों ने मुझे सही मार्गदर्शन दिया। मेरी मेहनत के साथ उनकी प्रेरणा ही मेरी सफलता का कारण है।”
शिमी विनीश की इस उपलब्धि पर मलयाली समाज ने भी गर्व महसूस किया है। समाज के वरिष्ठ सदस्यों ने कहा कि शिमी ने साबित कर दिया है कि मलयाली समाज के युवाओं में शिक्षा और अनुशासन की शक्ति है। समाज के लोगों ने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है और उन्हें और भी बड़ी ऊंचाइयों तक पहुंचने के लिए प्रेरित किया है।
शिमी की इस सफलता ने न केवल उनके परिवार को बल्कि उनके सहपाठियों को भी प्रेरित किया है। उनके दोस्तों ने कहा कि शिमी ने कड़ी मेहनत और समर्पण का जो उदाहरण पेश किया है, वह हम सभी के लिए एक प्रेरणा है। शिमी ने अपनी सफलता के बाद समाज के अन्य युवाओं के लिए एक मिसाल कायम की है।
यह उपलब्धि शासकीय पी.जी. कॉलेज, कोरबा के लिए भी गर्व का विषय है। कॉलेज प्रशासन ने शिमी की इस सफलता पर खुशी जताई और कहा कि शिमी जैसी प्रतिभाशाली छात्रा ने कॉलेज का मान बढ़ाया है। कॉलेज प्रबंधन ने अन्य छात्रों को भी शिमी के उदाहरण से प्रेरणा लेने की सलाह दी है।
शिमी विनीश की यह सफलता इस बात का प्रमाण है कि यदि मेहनत और समर्पण के साथ शिक्षा प्राप्त की जाए, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। शिमी ने अपनी मेहनत से जो मुकाम हासिल किया है, वह वाकई में सराहनीय है। उनकी इस उपलब्धि पर पूरा कोरबा, उनका परिवार और मलयाली समाज गर्वित है। शिमी की सफलता ने यह साबित कर दिया है कि कड़ी मेहनत और अनुशासन के बल पर किसी भी सपने को साकार किया जा सकता है।