बिलासपुर, 27 सितंबर 2024: भारत सरकार के स्वच्छता ही सेवा अभियान 2024 के अंतर्गत, एसईसीएल (साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड) ने 26 सितंबर 2024 को बिलासपुर की अरपा नदी के छठ घाट पर एक श्रमदान सफाई अभियान का आयोजन किया। यह अभियान 14 सितंबर से 2 अक्टूबर 2024 तक चलाए जा रहे स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य प्रमुख सार्वजनिक स्थलों और जलस्रोतों की स्वच्छता सुनिश्चित करना है।
स्वच्छता अभियान का उद्देश्य
इस विशेष सफाई अभियान में 100 से अधिक एसईसीएल के अधिकारी, कर्मचारी और सफाई मित्रों ने भाग लिया। अरपा नदी के छठ घाट पर किए गए इस श्रमदान का मुख्य उद्देश्य घाट की सफाई के साथ-साथ अरपा नदी जैसी महत्वपूर्ण जलधाराओं को स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त बनाए रखना था। सफाई के दौरान एकत्रित कचरे को सही तरीके से डिस्पोज़ किया गया, ताकि पर्यावरण को कोई नुकसान न पहुंचे।
अरपा नदी की स्वच्छता और संरक्षण
अरपा नदी, जिसे बिलासपुर शहर की जीवनदायिनी कहा जाता है, की स्वच्छता और प्राकृतिक सुंदरता बनाए रखने के लिए इस अभियान ने अहम भूमिका निभाई। नदी के किनारे की सफाई से न केवल छठ पर्व जैसे प्रमुख त्योहारों के लिए घाटों को तैयार किया गया, बल्कि यह आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ जलस्रोतों का संरक्षण सुनिश्चित करने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।
पर्यावरण संरक्षण में एसईसीएल का योगदान
एसईसीएल और अभियान में भाग लेने वाले सभी सहभागियों का यह सामूहिक प्रयास पर्यावरण संरक्षण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह सफाई अभियान इस बात की याद दिलाता है कि नदियों और जलस्रोतों की स्वच्छता बनाए रखना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।
एसईसीएल का यह प्रयास स्वच्छता की महत्ता को जन-जन तक पहुँचाने और जलस्रोतों को प्रदूषण से मुक्त रखने के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने का भी एक महत्वपूर्ण कदम है।
स्वच्छता ही सेवा अभियान के अंतर्गत एसईसीएल द्वारा लगातार चलाए जा रहे इन प्रयासों से न केवल सार्वजनिक स्थलों की स्वच्छता सुनिश्चित की जा रही है, बल्कि यह बिलासपुर और इसके आसपास के क्षेत्रों में स्वच्छ और हरित वातावरण बनाए रखने की दिशा में भी एक प्रेरणादायक पहल है। एसईसीएल का यह सफाई अभियान भविष्य में भी जारी रहेगा, ताकि समाज के हर व्यक्ति को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जा सके।