कोरबा जिले में स्थित एसईसीएल की दीपका खदान के समीप बड़ा हादसा होने से बच गया। यह हादसा तब हुआ जब कोयला खदान में उत्खनन के लिए इस्तेमाल की जा रही ड्रिल मशीन अचानक आग की चपेट में आ गई। यह घटना आमगांव के पास की बताई जा रही है, जहां ड्रिल मशीन ब्लास्टिंग की तैयारी कर रही थी।
घटना के दौरान, ड्रिल मशीन में अचानक शॉर्ट सर्किट हुआ, जिसके कारण चिंगारियां उठने लगीं। देखते ही देखते चिंगारी आग के बड़े शोले में तब्दील हो गई और पूरी ड्रिल मशीन आग की लपटों में घिर गई। मौके पर मौजूद लोग और मशीन के चालक के लिए यह घटना किसी बड़े सदमे से कम नहीं थी।
ड्रिल मशीन के चालक ने तेजी से स्थिति को भांपते हुए अपनी जान बचाने के लिए मशीन से कूदकर भागने का प्रयास किया। सौभाग्य से, चालक ने खुद को समय रहते सुरक्षित निकाल लिया और उसकी जान बच गई। इस घटना के बाद खदान में हड़कंप मच गया और वहां मौजूद अन्य कर्मियों ने आग को काबू में करने के लिए प्रयास शुरू कर दिए।
हालांकि, ड्रिल मशीन पूरी तरह से आग में जलकर खाक हो गई। प्रारंभिक जांच के अनुसार, इस आगजनी की मुख्य वजह शॉर्ट सर्किट मानी जा रही है। इस दुर्घटना की सूचना एसईसीएल प्रबंधन को दिए जाने की संभावना है, लेकिन फिलहाल दीपका पुलिस को इस घटना की कोई जानकारी नहीं है।
इस दुर्घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन ड्रिल मशीन के जलने से लाखों रुपये का नुकसान होने का अनुमान है। यह हादसा एसईसीएल प्रबंधन और खदान कर्मियों के लिए एक चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए उचित सावधानियां बरती जा सकें।
इस हादसे के बाद खदान क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस घटना की जांच शुरू की जाएगी और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।