पश्चिम बंगाल के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुई बलात्कार और हत्या की घटना के बाद प्रदेश की राजनीति और चिकित्सा जगत में उथल-पुथल मच गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस गंभीर मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राज्य सरकार ने जूनियर डॉक्टरों की मांगों को ध्यान में रखते हुए कोलकाता पुलिस आयुक्त (सीपी) को बदलने का फैसला किया है।
मुख्यमंत्री ने बताया, “हमने जूनियर डॉक्टरों की बातों को गंभीरता से सुना और उनकी मांगों को पूरा करने के लिए कदम उठाए हैं। कोलकाता पुलिस आयुक्त खुद इस्तीफा देने के लिए सहमत हो गए हैं।”
इसके अलावा, जूनियर डॉक्टरों ने स्वास्थ्य विभाग में 3 लोगों को हटाने की मांग की थी, जिसमें से 2 लोगों को हटाने पर सरकार सहमत हो गई है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार उनकी 99% मांगों पर सहमति बना चुकी है, और अब डॉक्टरों से अनुरोध किया गया है कि वे काम पर लौट आएं ताकि आम नागरिकों को असुविधा का सामना न करना पड़े।
घटना के बाद अस्पताल में चिकित्सा सेवाएं ठप हो जाने से आम लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा है। राज्य सरकार ने हालात को संभालने के लिए तेज़ी से कदम उठाए हैं, और उम्मीद है कि जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाएगी।