इंदिरा मार्केट स्थित “उत्सव वाटिका” इन दिनों कई गंभीर सवालों के घेरे में है। यह व्यवसायिक प्रतिष्ठान न केवल बिना विभागीय अनुमति के चल रहा है, बल्कि पार्किंग की भी कोई उचित व्यवस्था नहीं है। इस मामले में सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या इसके संचालकों ने सभी जरूरी विभागीय अनुमतियाँ प्राप्त की हैं? अगर नहीं, तो एक बड़े मैरिज हॉल का संचालन कानूनी रूप से गलत है और यह स्थानीय प्रशासन के लिए चिंता का विषय है।
उत्सव वाटिका” का कुल कंस्ट्रक्शन एरिया लगभग 30 हजार स्क्वायर फीट है, लेकिन क्या इस बड़े निर्माण को निगम से अनुमति प्राप्त है? इसके अलावा, यहां एक ही रास्ता है जो अंदर जाने के लिए प्रयोग किया जाता है। अगर इस हॉल में एक ही रास्ता है, तो क्या आपातकालीन स्थिति में सभी लोगों का बाहर निकलना संभव होगा? यह एक बहुत बड़ा सुरक्षा सवाल बन जाता है, क्योंकि आपातकालीन फायर एग्जिट की कोई व्यवस्था नहीं है।
उत्सव वाटिका में साल भर में लगभग 30 से 40 शादियां होती हैं। ऐसे में वहां बड़ी संख्या में लोग एकत्र होते हैं, लेकिन पार्किंग की कोई उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण वहां यातायात की समस्याएं भी उत्पन्न हो रही हैं। इसकी वजह से न केवल ग्राहकों को परेशानी हो रही है, बल्कि शहर की यातायात व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है।
इस प्रतिष्ठान के संचालन में टैक्स चोरी का संदेह भी व्यक्त किया जा रहा है। अगर इसे घरेलू रूप में दर्ज किया गया है, तो फिर एक बड़े व्यवसायिक प्रतिष्ठान का संचालन कैसे हो रहा है? यह सवाल प्रशासन के लिए बहुत अहम है।
स्थानीय प्रशासन और संबंधित विभागों को इस मामले की तुरंत जांच करनी चाहिए। अगर किसी प्रकार की अनियमितताएँ पाई जाती हैं, तो सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। यह मामला सिर्फ एक मैरिज हॉल का नहीं है, बल्कि सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के लिए एक सबक है कि वे सभी आवश्यक विभागीय अनुमतियाँ प्राप्त करें और नियमों का पालन करें।