23 सितंबर 2024 को परसाभाटा, बालको में संयुक्त ट्रेड यूनियनों द्वारा चिमनी हादसे की 15वीं बरसी पर मोमबत्ती जलाकर शहीद श्रमिकों को श्रद्धांजलि दी गई। 2009 में हुए इस हादसे में कई श्रमिकों ने अपनी जान गंवाई थी, जिसकी याद में इस दिन को भावनात्मक रूप से मनाया गया।
इस अवसर पर एटक, इंटक, सीटू, एचएमएस, वॉम्स जैसी यूनियनों ने अपनी एकजुटता दिखाई और श्रमिकों के हितों की सुरक्षा को लेकर अपनी आवाज उठाई। सभा को संबोधित करते हुए एटक के महासचिव हरिनाथ सिंह, बालको सीटू के अध्यक्ष सुखोंदू घोष, और अन्य नेताओं ने केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों की निंदा की।
नेताओं ने 44 श्रम कानूनों को समाप्त कर चार लेबर कोड बनाए जाने की आलोचना की, जो श्रमिकों के अधिकारों को सीमित करने के लिए बनाए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार की नीतियों ने बेरोजगारी और महंगाई को बढ़ावा दिया है, जिससे मजदूर वर्ग और आम जनता बुरी तरह प्रभावित हो रही है।
इस श्रद्धांजलि सभा में सैकड़ों लोग शामिल हुए और शहीद श्रमिकों को नमन किया।