कोरबा/कटघोरा. कोरबा जिले के कटघोरा वन मंडल में हाथियों से फसलों को बचाने के लिए किसानों ने एक नई तकनीक को अपनाया है। पिछले दो दशकों से इस क्षेत्र में हाथियों का आतंक जारी है, जिससे जिले के 70 से अधिक गांव प्रभावित हैं। वन विभाग की असफलता के चलते, किसानों ने अब अपनी फसलों को सोलर पावर से संचालित झटका तार के जरिए बचाने की तरकीब निकाली है। यह तार हाथियों को एक जोरदार झटका देकर उन्हें खेतों से दूर भगाने में मदद करता है।
चोटिया, परला, लाद और रोदे जैसे 10 गांवों के 70 से अधिक किसान इस तकनीक का उपयोग कर रहे हैं। जय मंगल सिंह, जो इस तकनीक का इस्तेमाल कर रहे एक किसान हैं, ने बताया कि यह तरकीब बेहद प्रभावी साबित हो रही है। उनके अनुसार, यह उपाय फसलों को हाथियों के हमले से बचाने का सस्ता और टिकाऊ समाधान है।
छत्रपाल सिंह, जो कि एक पूर्व सरपंच हैं, ने बताया कि पिछले कुछ सालों से हाथियों के कारण किसानों की फसलों को लाखों का नुकसान होता आ रहा है, और वन विभाग द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। इसी वजह से किसानों ने यह नया तरीका अपनाने का निर्णय लिया है।
हाथियों से फसल को बचाने के लिए किसान कर रहे निवेश
कोरबा जिले के हाथी प्रभावित इलाकों में हर साल 2 से 3 करोड़ रुपये की फसल का नुकसान होता है, जिसका मुआवजा भी सही तरीके से किसानों को नहीं मिलता। ऐसे में किसानों ने 15 से 20 हजार रुपये खर्च कर इस सोलर फैन्स गार्ड सिस्टम को अपने खेतों में लगाने का निर्णय लिया है।
सुमन मानिकपुरी, तहसीलदार पोड़ी, ने बताया कि अब प्रशासनिक अधिकारियों ने भी इस तकनीक को लेकर किसानों से प्रस्ताव मंगाने शुरू कर दिए हैं। यह एक अनोखा उपाय है जो न केवल किसानों की फसलों को बचाता है बल्कि हाथियों और अन्य जंगली जानवरों को भी सुरक्षित तरीके से खेतों से दूर रखता है।
हाथियों का तांडव और प्रशासन की नाकामी
कटघोरा वन मंडल में 50 से अधिक हाथियों का एक बड़ा दल निरंतर विचरण कर रहा है, जो प्रतिदिन सैकड़ों एकड़ की फसल को नुकसान पहुंचा रहा है। धान की फसल हाथियों का पसंदीदा आहार है और एक दिन में ये हाथी 50 एकड़ से अधिक खेत की फसल को नष्ट कर देते हैं। किसान लंबे समय से प्रशासन से इस समस्या के समाधान की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन नाकाफी प्रयासों के कारण उन्हें खुद ही फसलों को बचाने की जिम्मेदारी उठानी पड़ी है।
किसानों के लिए एक नई उम्मीद
सोलर फैन्स गार्ड तकनीक ने किसानों को एक नई उम्मीद दी है। यह सस्ता और कारगर उपाय न केवल किसानों की मेहनत को बचा रहा है, बल्कि उनके भविष्य को भी सुरक्षित कर रहा है। किसान अब खुद को सशक्त महसूस कर रहे हैं और प्रशासन से उम्मीद कर रहे हैं कि इस तकनीक को बड़े पैमाने पर लागू किया जाएगा ताकि पूरे जिले के किसान इसका लाभ उठा सकें।
हाथियों से फसलों को बचाने के लिए कोरबा जिले के किसानों द्वारा अपनाई गई सोलर पावर तकनीक एक सकारात्मक पहल है। यह दिखाता है कि जब सरकारी तंत्र असफल हो जाता है, तो लोग अपने बलबूते पर समाधान ढूंढने में सक्षम होते हैं। इस उपाय से न केवल फसल की सुरक्षा सुनिश्चित हो रही है बल्कि हाथियों को भी नुकसान से बचाया जा रहा है।