कोरबा. छत्तीसगढ़ के कोरबा जिला सांपो को लेकर एक अलग पहचान हैं, जिले में बड़ी संख्या में सांपो का मिलना और दुर्लभ प्रजातियों का मिलना अपने आप में अनोखा स्थान दिलाता हैं. वहीं सांपो का सरंक्षण बहुत ज़रूरी हैं सांप पारिस्थितिकी तंत्र में संतुलन बनाए रखने में एक अभिन्न भूमिका निभाते हैं. अधिकांश प्रणालियों में सांप शिकारी और शिकार दोनों हो सकते हैं। जब शिकार की एक बड़ी आबादी सांपों की एक बड़ी आबादी को आकर्षित करती है और उसे बनाए रखती है, तो वे सांप पक्षियों, स्तनधारियों और यहां तक कि अन्य सांपों का भी शिकार बन जाते हैं।
छत्तीसगढ़ में केवल कोरबा जिले में किंग कोबरा, पहाड़ चित्ती का मिलना बहुत अनोखी बात है साथ ही किंग कोबरा दुनियां का सबसे बड़ा विषधर सांप हैं. छत्तीसगढ़ में कोरबा जिला मैं सांपों के काटने से सबसे ज्यादा घटना यहां हुई है. इसलिए कहा जा सकता है कि नागलोक है.
सांपो के काटने से जिले में काफ़ी लोगों की मौत के विषय में अपनी संवेदना जहीर किया साथ ही लोगों से सर्पदंश होने के बाद विलंब किए बिना शासकीय अस्पताल पहुंचकर ईलाज करवाने की बात कहीं ताकि जान बच सकें साथ ही झाड़ फूंक के चक्कर में न पड़ने की बात कहीं गई.कोरबा जिला खनिज खनिज संपदा से भरा हुआ है वैसे तो कोरबा को ऊर्जा नगरी भी कहते हैं जिस तरह से यहां दुर्लभ प्रजाति के सांप मिलते हैं कि आप सोच कर भी हैरान रह जाएंगे.
नाग पंचमी के अवसर पर रेस्क्यू टीम ने किया पूजा पाठ
नाग पंचमी के अवसर पर रेस्क्यू टीम ने पूजा पाठ किया साथ ही सांपो की रक्षा करने का संकल्प भी लिया और लोगों से भी अपिल किया की सांपो को न मारे बल्की वन विभाग या रेस्क्यु टीम को जानकारी दे ताकि दोनों को सुरक्षित किया जा सके.