छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना 2015 में नवयुवकों द्वारा संगठन का निर्माण किया गया था. छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना संगठन कि खोज करने वाले हमारे संस्थापक सदस्य ललित साहू एवं सस्थापक सदस्यों के द्वारा छत्तीसगढ़ में बढ़ रहे यहां के मूलनिवासियों के ऊपर हो रहे अत्याचार को देखते हुवे संगठन का निर्माण किया गया जो आज पूरे छत्तीसगढ़ के हर जिले कस्बे गांव में इसका परिणाम देखने को मिल रहा है, लेकिन आज वर्तमान में इस संगठन को कुछ लोगों के द्वारा संगठन को राजनीतिक रूप दिया जा रहा है, इस स्थिति को देखते हुवे छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना के संस्थापक ललित साहू एवं संगठन के मेंबर द्वारा बीते 24 अगस्त शनिवार को भिलाई में बैठक पश्चात विचार विमर्श कर कोरबा जिला के अधिवक्ता दिलीप मिरी को छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना गैर-राजनीतिक संगठन के प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है, जिससे कोरबावासियों में हर्षोल्लास है. दिलीप मिरी के स्वागत में जिले के सभी पदाधिकारी, शहर पदाधिकारी एवं खड़ पदाधिकारी एवं सेनानी सैकड़ों कि संख्या में उपस्थित होकर स्वागत किया गया, स्वागत के पश्चात नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष के द्वारा नई ऊर्जा के साथ गैर-राजनीतिक संगठन में काम करने को कहा गया. जिसमे हर एक छत्तीसगढ़िया को समान रूप से अधिकार दिया जायेगा सभी के हितों के लिए एवं अच्छी स्वास्थ्य सुविधा, अच्छी शिक्षा, जल जंगल जमीन, कला, संस्कृति आदि पर काम करने को जोर दिया गया, जिससे छत्तीसगढ़ियों की स्थिति और ज्यादा अच्छा हो सके।

प्रदेश अध्यक्ष बनते ही क्या कहा?
प्रदेशाध्यक्ष दिलीप मिरी ने कहा कि प्रदेश में छत्तीसगढ़िया समाज के हितों और संस्कृत भाखा बोली परंपरा अधिकार की लड़ाई को छत्तीसगढ़िया समाज को एकजुट करना मेरा परम उत्तरदायित्व है और छत्तीसगढ़िया समाज के अधिकारों के संघर्ष को और तेज करते हुए पूरे छत्तीसगढ़ में शोषित वंचित पिछड़ों को छत्तीसगढ़िया समाज में जोड़कर छत्तीसगढ़िया समाज की स्थापना करने पर कटिबंध रहूंगा साथ ही छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना संगठन के विस्तार पर पूरे प्रदेश में छत्तीसगढ़िया समाज के हर एक उस छत्तीसगढ़िया समाज के व्यक्ति को जोड़ने का विशेष काम किया जाएगा उन्होंने सबका आभार व्यक्त करते हुए इस जिम्मेदारी को छत्तीसगढ़िया समाज के लिए इस जीवन को न्यौछावर करने का ऐलान किया।
कोरबा में आज छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना संगठन के जाबांज कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष दिलीप मिरी को गर्म जोश के साथ जय जोहार का नारा है छत्तीसगढ़ हमारा है नारा लगाकर स्वागत अभिनंदन किया गया।