कोरबा पुलिस द्वारा “सजग कोरबा” अभियान के तहत महिलाओं की सुरक्षा के लिए अभिव्यक्ति ऐप के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत अब तक कुल 5862 महिलाओं ने अभिव्यक्ति ऐप पर पंजीकरण किया है।
पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी के निर्देशन में, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यूबीएस चौहान और एसडीओपी नेहा वर्मा के मार्गदर्शन में यह अभियान चलाया जा रहा है। इसमें साइबर अपराध, नशाखोरी के खिलाफ जागरूकता फैलाने के साथ-साथ, महिला सुरक्षा और यातायात नियमों की जानकारी दी जा रही है।
पाली थाना पुलिस द्वारा कॉलेज बाजार में महिलाओं को अभिव्यक्ति ऐप के इस्तेमाल के बारे में जानकारी दी गई है। महिलाओं को यह भी बताया गया कि किन परिस्थितियों में इस ऐप का उपयोग किया जा सकता है और इसके क्या लाभ हैं। इसके अतिरिक्त, महिला सुरक्षा टीम ने नर्सिंग कॉलेज, मानिकपुर में जाकर महिलाओं को यह ऐप डाउनलोड कराया और इसका महत्व समझाया।
अभिव्यक्ति ऐप छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा महिलाओं की सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण साधन है, जिसमें आपातकालीन स्थिति के लिए SOS बटन की सुविधा है। इस ऐप के माध्यम से महिलाएं बिना थाने गए शिकायत दर्ज करा सकती हैं, जिसकी पहचान गोपनीय रहती है। पुलिस 1 हफ्ते के भीतर इस पर कार्रवाई करती है।
कोरबा पुलिस ने सभी महिलाओं से अपील की है कि वे गूगल प्ले स्टोर या ऐपल स्टोर से इस ऐप को डाउनलोड कर पंजीकरण करें, ताकि वे अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें।