छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक तीखा ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने राज्य सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए एक चौंकाने वाला बयान दिया: “ख़राबी सिर्फ़ डिब्बों में नहीं हैं, इंजन को भी हटाना पड़ेगा।”
ख़राबी सिर्फ़ डिब्बों में नहीं हैं, इंजन को भी हटाना पड़ेगा.
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) September 20, 2024
साहू समाज पूछ रहा है कि गृहमंत्री विजय शर्मा को क्यों नहीं हटाया जा रहा है?
उपमुख्यमंत्री और गृहमंत्री के गृह ज़िले कबीरधाम में कलेक्टर और एसपी को आख़िरकार हटाना पड़ा।
क्यों हटाना पड़ा? क्योंकि क़ानून व्यवस्था संभल… pic.twitter.com/ziYDzHzuHL
भूपेश बघेल ने राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं, खासतौर पर साहू समाज के सवाल पर जोर देते हुए कि गृहमंत्री विजय शर्मा को क्यों नहीं हटाया जा रहा है? हाल ही में कबीरधाम जिले में कानून व्यवस्था के बिगड़ने के कारण जिले के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को हटाया गया है, जो सरकार के लिए एक शर्मनाक स्थिति है। इस घटना के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि भाजपा सरकार में कानून व्यवस्था को संभालने में कठिनाई हो रही है।

स्थानांतरण आदेश और संबंधित अधिकारी
20 सितंबर 2024 को छत्तीसगढ़ शासन के गृह (पुलिस) विभाग ने कुछ पुलिस अधिकारियों के स्थानांतरण के आदेश जारी किए। इस आदेश के तहत निम्नलिखित अधिकारियों को नई जिम्मेदारियां सौंपी गईं.
1. राजेश कुमार अग्रवाल (भापुसे – 2012): बलरामपुर-रामानुजगंज के पुलिस अधीक्षक से कबीरधाम के पुलिस अधीक्षक के रूप में स्थानांतरित।
2. डॉ. अभिषेक पल्लवा (भापुसे – 2013): कबीरधाम के पुलिस अधीक्षक से सहायक पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस मुख्यालय नवा रायपुर में स्थानांतरित।
2. डॉ. अभिषेक पल्लवा (भापुसे – 2013): कबीरधाम के पुलिस अधीक्षक से सहायक पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस मुख्यालय नवा रायपुर में स्थानांतरित।
3. श्री बैंकर वैभव रमनलाल (भापुसे – 2019): बीजापुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक से बलरामपुर-रामानुजगंज के पुलिस अधीक्षक के रूप में स्थानांतरित।
यह आदेश गृह विभाग द्वारा राज्यपाल के नाम से जारी किया गया था, जिसे अवर सचिव डी.एस. धुवे ने हस्ताक्षरित किया।